soofi nooruddin
*बैठा हु लिखने फातेमा ज़हरा (स,अ) के बाब मे*
*अलफाज़ को भी रहना पड़ेगा हिजाब मे
*तब्बत यदा भी पढ़ले तबररा के मोअतरिज़*
*लिख्खा हुआ हे देख खुदा की किताब मे*
*बेदार रहिये अपने अक़ीदे बचाइए*
*बदलाव आ रहा हे विलायत के बाब मे*
*बोला हे जो भी हज़रते मुख्तार (अ,स) के खि़लाफ*
*वो कर चुका हे खुद को मुक़य्यद अज़ाब मे*
*जल्दी बनेगा रोज़ये ज़हरा (स,अ) यक़ीन हे*
*ज़िन्दा हे शेर नस्ले रिसालतमआब मे*
*बख्शी गयीं जो सारे रसुलो को अज़मतें*
*जब मुत्तहिद हुयीं तो मिली बुतुराब मे*
(उससे सवाल जिसने कहा हे अली (अ,स) की दुआ कु़बुल नही हुई)👇🏻
*जिसकी ज़बा को हक़ ने कहा हे लिसाने रब*
*पुरी दुआ न होगी अली (अ,स) की शबाब मे*?????
*जो दुश्मने बतुल (स,अ) से करते हैं इत्तेहाद*
*वो लोग जी रहे हैं मुसलसल अज़ाब मे*
*आ कर वो लेगा क़ातिले मोहसिन (अ,स) से इन्तेक़ाम*
*बैठा हुआ हे युसुफे ज़हरा (स,अ) हिजाब मे*
*मक़ता*
*हैं कातिले बतुल (अ,स) से इस दरजा नफरतें*
*अब्बास रोज़ लानतें करता हु ख्वाब मे*
*खाके दरे आले मोहम्मद (अ,स)*